नई दिल्ली: उस दिन भारत का शायद ही कोई जनसत्ता अख़बार का पाठक रहा होगा, जो रोया नहीं होगा। एक तो हादसा ही कुछ ऐसा था और उस पर जनसत्ता के तत्कालीन कार्टूनिस्ट हरीश चंद्र शुक्ला यानी ‘काक’ का वह ‘बुढ़ा’ आम आदमी और समुद्र के किनारे खड़े दो बच्चे के 16-शब्द । 24 जून, 1985 के जनसत्ता के अंक में प्रथम पृष्ठ पर दाहिने हाथ फोल्डर के पास काक का कार्टून था और लिखा था ‘पापा जल्दी आ जाना, सात समुद्र पार से, गुड़ियों के बाजार से, गुड़िया चाहे न लाना, पापा जल्दी आ जाना।’
लेकिन उस दिन एयर इंडिया फ्लाइट 747-237B सम्राट कनिष्क -अटलांटिक महासागर में समा गया था। वह हादसा आतंकवादी हमले के कारण हुआ था। वह उड़ान टोरंटो से लंदन, फिर दिल्ली और मुंबई जा रही थी। कुल 329 यात्री कभी वापस नहीं आ सके। वह न केवल कनाडा के इतिहास का सबसे घातक आतंकवादी हमला था, बल्कि एयर इंडिया का सबसे बड़ा हादसा भी था।
चालीस साल बाद, जून का ही महीना, उस घटना से 12 दिन पूर्व एक बार फिर एयर इंडिया फ्लाइट नंबर AI-171 अहमदाबाद से लंदन जा रही थी। इसमें 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश, 7 पुर्तगाली और एक कनाडाई नागरिक समेत कुल 230 यात्री सवार थे। इनमें 103 पुरुष, 114 महिलाएं, 11 बच्चे और 2 नवजात थे। बाकी 12 क्रू मेंबर्स थे।
अहमदाबाद में एयर इंडिया का बोइंग 787 ड्रीमलाइनर प्लेन गुरुवार दोपहर उड़ान भरने के साथ ही क्रैश हो गया। हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और 12 क्रू मेंबर्स समेत 241 लोगों की मौत हो गई। आज ‘काक’ नहीं हैं। भारत से प्रकाशित अख़बारों में ‘काक जैसा भावनात्मक कार्टून भी कहीं नहीं देखा हूँ। ईश्वर सभी मृतकों की आत्मा को शांति दें और उनके परिवारों को इस मुश्किल को धड़ी में हिम्मत।
एयर इंडिया की स्थापना 1932 में टाटा एयरलाइंस के रूप में हुयी थी। साल 1946 इसका नाम बदलकर एयर इंडिया किया गया। टाटा ने इस एयरलाइंस को 2021 में ख़रीदा था और टाटा समूह ही इसका सञ्चालन कर रहा है। आज़ादी के बाद से, यानी 1949 से अब तक हुयी विमान दुर्घंटनों में करीब 1871 यात्री अब तक मृत्य को प्राप्त किये हैं।
अहमदाबाद हादसे में सिर्फ भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक रमेश विश्वास कुमार बच पाए हैं। वे प्लेन की सीट नंबर 11-A पर बैठे थे। उन्होंने कहा कि टेकऑफ के 30 सेकेंड बाद ही प्लेन जबरदस्त आवाज के साथ क्रैश हो गया। मुझे होश आया तो मेरे अगल-बगल लाशें ही लाशें थी। उड़ान भरते ही विमान 2.5 किमी दूर बीजे मेडिकल एंड सिविल हॉस्पिटल की बिल्डिंग से जा टकराया। इस बिल्डिंग में अहमदाबाद के सिविल हॉस्पिटल के डॉक्टर्स रहते हैं। जानकारी के मुताबिक हादसे के समय इमारत में 50 से 60 डॉक्टर मौजूद थे, इनमें 15 से ज्यादा घायल हो गए हैं। एयर इंडिया ने देर रात जारी बयान में कहा कि लंदन जाने वाली इस उड़ान में 230 यात्री और 12 चालक दल के सदस्य सवार थे, तथा इसमें 241 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है।
एयर इंडिया ने एक्स पर 12:41 बजे पोस्ट किए गए एक बयान में कहा, “विमान उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हमें यह बताते हुए दुख हो रहा है कि विमान में सवार 242 लोगों में से 241 की मौत की पुष्टि हो चुकी है। एकमात्र जीवित बचे व्यक्ति का अस्पताल में इलाज चल रहा है। जीवित बचा व्यक्ति भारतीय मूल का ब्रिटिश नागरिक है। एयर इंडिया मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करती है। अब हमारा प्रयास पूरी तरह से प्रभावित लोगों, उनके परिवारों और प्रियजनों की जरूरतों पर केंद्रित है। एयर इंडिया की देखभाल करने वालों की एक टीम अब अतिरिक्त सहायता प्रदान करने के लिए अहमदाबाद में है। एयर इंडिया इस घटना की जांच कर रहे अधिकारियों को अपना पूरा सहयोग दे रही है।”
विमान हादसे पर दुख जताते हुए पीएम मोदी ने कहा, “अहमदाबाद में हुई त्रासदी ने हमें स्तब्ध और दुखी कर दिया है। यह शब्दों से परे दिल दहला देने वाली घटना है। इस दुखद घड़ी में, मेरी संवेदनाएं इससे प्रभावित सभी लोगों के साथ हैं। मैं मंत्रियों और अधिकारियों के संपर्क में हूँ जो प्रभावित लोगों की सहायता के लिए काम कर रहे हैं।”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “अहमदाबाद में हुए दुखद विमान हादसे में घायल हुए लोगों से अस्पताल जाकर मुलाकात की। प्रभावित परिवार के सदस्यों से बात की और उन्हें घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने के लिए हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। साथ ही डॉक्टरों से उनकी वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति के बारे में भी चर्चा की। अहमदाबाद में हुए घातक विमान हादसे के स्थल का निरीक्षण किया। पूरा देश इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर शोक मना रहा है। हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं उन परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है।”
विमान कंपनी बोइंग के प्रेसिडेंट और सीईओ केली ओर्टबर्ग ने अहमदाबाद विमान हादसे पर एक बयान दिया है और इसमें मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना जताई है। उन्होंने कहा है, ‘’एयर इंडिया फ्लाइट 171 में सवार यात्रियों और चालक दल के परिजनों के साथ-साथ अहमदाबाद में प्रभावित सभी लोगों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं हैं। एयर इंडिया के चेयरमैन नटराजन चंद्रशेखरन से बात की और उन्हें पूरा समर्थन देने की पेशकश की। बोइंग विमान दुर्घटना की जांच में भारत सरकार का पूरा सहयोग करेगी।
कहते हैं कि जिस समय यह विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ, विमान के अंदर और आसपास का तापमान लगभग 1,000 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जिससे बचाव अभियान बेहद मुश्किल हो गया. अधिकारियों ने बृहस्पतिवार रात यह बात कही. अधिकारियों ने बताया कि दुर्घटनास्थल पर मौजूद कुत्ते और पक्षी भी बच नहीं सके. दुर्घटनास्थल का दौरा करने वाले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संवाददाताओं से कहा, ‘विमान के अंदर 1.25 लाख लीटर ईंधन था. विमान गर्म हो गया था, इसलिए किसी को भी बचाने की गुंजाइश नहीं थी.’
राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के एक अधिकारी ने बताया कि एसडीआरएफ कर्मी दोपहर दो से ढाई बजे के बीच बीजे मेडिकल कॉलेज के चिकित्सकों और कर्मचारियों के छात्रावास एवं आवासीय क्वार्टर पर पहुंचे, जहां विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। उन्होंने बताया कि इससे पहले स्थानीय लोगों ने कुछ लोगों को जीवित बाहर निकाला था, लेकिन उनकी टीम को कोई भी जिंदा नहीं मिला। दमकल विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘जैसे ही (विमान का ईंधन) टैंक फटा, आग की लपटें उठने लगीं और कुछ ही समय में तापमान 1,000 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया1 इससे किसी के लिए बचने की कोई गुंजाइश नहीं रही।

एसडीआरएफ में शामिल हुए एक कर्मी ने कहा कि उसने पहले भी कई दुर्घटनाओं और आपदाओं के दौरान काम किया है, लेकिन ऐसी आपदा कभी नहीं देखी। एसडीआरएफ कर्मी ने कहा, ‘हम यहां पीपीई किट के साथ आए थे, लेकिन तापमान इतना अधिक था कि अभियान बेहद मुश्किल हो गया. हर जगह मलबा था। इसलिए हमें पहले से ही सुलग रहे मलबे को हटाना पड़ा।’ मलबे से बच्चों सहित 25 से 30 लोगों के शव निकाले. उन्होंने कहा, ‘शवों की शिनाख्त के लिए डीएनए जांच करनी होगी।’ एसडीआरएफ के एक अन्य अधिकारी ने दावा किया कि उन्हें याद नहीं कि उन्होंने कितने शव निकाले. उन्होंने कहा, ‘यह हादसा इतनी जल्दी हुआ कि जानवरों और पक्षियों को भी भागने का समय नहीं मिला.’ गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि शवों की पहचान के लिए 1000 से ज्यादा DNA टेस्ट किए जाएंगे। गुजरात के पास इतनी बड़ी संख्या में टेस्ट की कैपेसिटी है।
ब्रिटिश प्रधान मंत्री कीर स्टारमर ने एक बयान में कहा कि दुर्घटना स्थल पर दृश्य “विनाशकारी” थे। लंदन में विदेश कार्यालय ने एक बयान में कहा कि यूनाइटेड किंगडम दुर्घटना के बारे में तथ्यों को तत्काल स्थापित करने और प्रभावित लोगों का समर्थन करने के लिए भारतीय अधिकारियों के साथ काम कर रहा था। यूके सरकार की एयर एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्रांच (AAIB) ने कहा कि वह दुर्घटना के कारणों की भारतीय नेतृत्व वाली जांच का समर्थन करने के लिए एक “बहु-विषयक जांच दल” भेजेगा। एविएशन सेफ्टी नेटवर्क डेटाबेस के अनुसार, यह बोइंग 787 विमान की पहली दर्ज की गई दुर्घटना थी। विमानन विश्लेषक एलेक्स माचेरस ने अल जजीरा को बताया कि बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर का सुरक्षा रिकॉर्ड अच्छा है।