गोहना (हरियाणा) : हरियाणा के गोहाना विधानसभा क्षेत्र के युवा नेता पंडित परशुराम गौड़ अपने विधानसभा क्षेत्र के साथ-साथ सम्पूर्ण सोनीपत और हरियाणा के युवाओं को आह्वान किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने को साकार करने हेतु सभी क्षेत्रों के युवाओं को एक साथ मिलाकर आगे आना चाहिए। उनका कहाँ है कि युवा राष्ट्र के निर्माता है और आज प्रधानमंत्री युवाओं का अग्रणीं है, इसलिए उन्हें मजबूत बनाना हमारा नैतिक, सामाजिक और राजनीतिक धर्म है।
इस संवादताता से बात करते गौड़ ने कहाँ कि हम इस बात से इंकार नहीं कर सकते हैं कि कुछ कमजोरी हम में भी रही है, लेकिन हमारी कोशिश होनी चाहिए कि हम स्वयं को आंककर, अपनी कमजोरी को दूर कर अपने क्षेत्र के साथ साथ प्रदेश के पार्टी नेतृत्व के साथ-साथ केंद्र के नेतृत्व को मजबूत बनायें। उन्होंने कहा कि हरियाणा में आज जहाँ भी गैर भाजपा क्षेत्र हैं, चाहे विधान सभा का हो अथवा लोक सभा का, स्थानीय लोगों को, खासकर युवाओं को, युवतियों को, पुरुषों को, महिलाओं को संकल्प लेना होगा ताकि कमल खिलता रहे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हाथ मजबूत होता रहे। गौड़ का कहना है कि युवाओं की एक जुटता के बिना हम कुछ भी नहीं कर सकते हैं।
गोहना विधानसभा क्षेत्र का राजनीतिक इतिहास कहता है कि 1967 में कांग्रेस के रामधारी गौड़ चुनाब जीते जो अगले दो चुनाब 1968 और 1972 चुनाब में भी अपनी जीत बरकरार रखे। साल 1977 के चुनाब में कांग्रेस के ही गंगाराम चुनाब जीते, जबकि 1982 चुनाब में लोकदल के किताब सिंह मलिक विजय हुए। अगले 1987 चुनाब में लोकदल के ही किशन सिंह सांगवान विजय हासिल किये जबकि 1991 में किताब सिंह मालिक निर्दलीय एक निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल किये। साल 1996 के चुनाव में हरियाणा विकास पार्टी के जगबीर सिंह मलिक, 2000 में इंडियन नेशनल लोकदल के डॉ. रामकुमार सैनी विजय हुए थे। 2005 में कांग्रेस ने अपना खाता खोला और धर्मपाल सिंह मलिक विजय हुए। 2008 से लगातार 2019 तक कांग्रेस के जगबीर सिंह मलिक चुनाव जीतते गए। परंतु 2024 में इस सीट पर डॉ. अरविंद शर्मा ने अपना नाम दर्ज किया।
दर्जन से अधिक राजनीतिक, सामाजिक, सांस्कृतिक संस्थाओं नेतृत्व कर रहे परशुराम गौड़ का परिवार अपने क्षेत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यवसाय, धर्म, संस्कृति आदि की स्थापना, प्रचार-प्रसार और विस्तार में बहुमूल्य योगदान। ज्ञातव्य हो कि भगवान्भ रशुराम महाविद्यालय के निर्माण में 27 एकड़ भूमि दान में देकर कराया था। इसके अतिरिक्त 52 गावों की गौशाला (बाली ब्राह्मणान) के संरक्षक के साथ-साथ धर्मशाला और मंदिरों के निर्माण के महत्वपूर्ण भूमिका अदा किये। पंडित परशुराम गौड़ के दादा महात्मा हरफूल जी करीब 120-वर्ष पहले अपने खेतों में गौशालाओं की स्थापना कर आजीवन सचेतक रहे। साथ ही, इनके दादा पंडित रामधारी गौड़ 1967, 1968 और 1972 में गोहाना हलके से विधायक भी रहे और मंत्री पद भी संभाले।

पंडित परशुराम गौड़ का कहना है कि हम अपने क्षेत्र में शिक्षा के प्रचार, प्रसार में सबसे अधिक योगदान दे रहे हैं। यहाँ की शिक्षा का प्रतिशत राष्ट्रीय शिक्षा फीसदी (78 फीसदी) के बराबर है। हरियाणा 1966 में अस्तित्व में आया था, जिसके साथ ही गोहाना विधानसभा क्षेत्र भी अस्तित्व में आया। यहां पर 1967 से 2019 तक एक उप चुनाव समेत 14 बार विधानसभा चुनाव हुए।
गोहाना विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र हरियाणा राज्य के 90 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में से एक है। यह एक सामान्य श्रेणी की विधानसभा सीट है। यह सोनीपत जिले में स्थित है और सोनीपत संसदीय सीट के 9 विधानसभा क्षेत्रों में से एक है। यहाँ अनुसूचित जाति मतदाताओं की संख्या लगभग 33,739 है जो 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 19.6% है। यहाँ अनुसूचित जनजाति की संख्या नगण्य हैं। 2019 तक इस क्षेत्र में सामान्य, विदेशी, प्रॉक्सी, डाक को मिला कर मतदाताओं की कुल संख्या 1,18,506 थी। गोहाना की राजनीति ज्यादातर जाति की राजनीति के इर्द-गिर्द घूमती है। सैनीपुरा, गढ़ी उजाले खान, गढ़ी सराय खान और मुख्य बाजार जैसे अधिकांश गांवों में सैनी आबादी है.2011 की जनगणना के अनुसार गोहाना की जनसंख्या 3,00000 थी जिसमें पुरुष जनसंख्या का 53% और महिलाएं 47% थी।
राष्ट्र हित मंच, देव चेरिटेबल ट्रस्ट, हरियाणा कबीरा मंच, युवा हरियाणा विकास मंच, ब्राह्मण महासभा आदि संस्थाओं के अध्यक्ष के साथ-साथ भगवान् परशुराम इंजीनियरिंग कॉलेज, सोनीपत के सदस्य और माँ मोक्षदायिनी गंगा धाम ट्रस्ट (ऋषिकेशं हरिद्वार) के व्यवस्थापक परशुराम गौड़ का कहना है कि 2014 में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा का गोहाना में प्रभाव जरूर बढ़ा था लेकिन जीत नसीब नहीं हुई थी। ऐसी ही स्थिति 2019 में भी रही। इन दोनों चुनावों में भाजपा तीसरे स्थान पर रही थी। गोहाना में भाजपा ने 2014 में पिछड़े वर्ग से रामचंद्र जांगड़ा और 2019 से जाट समुदाय से तीर्थ राणा को मौका दिया था। 2024 में भाजपा ने यहां पर ब्राह्मणों के मजबूत और बड़े चेहरे डॉ. अरविंद शर्मा को मैदान में उतारा गया। वे गोहाना से विधायक बने और भाजपा का कमल खिलाने में कामयाब रहे। उन्होंने कांग्रेस के जगबीर सिंह मलिक को हराया। डॉ. अरविंद शर्मा कहा जाता है कि वे ब्राह्मण समाज का बड़ा और मजबूत चेहरा तो थे ही, साथ ही, गैर जाट वर्ग ने एकजुट होकर उनका साथ दिया था और इसके पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच थी।

बहरहाल, कल 30 मई को रोहतक के पहरवार में मनाई जा रही भगवान परशुराम जयंती मनाया जा रहा है। इस जयंती का निमंत्रण पूर्व सांसद श्रीमती सुनीता दुग्गल भी स्वीकार की। पूर्व सांसद ने कहा कि भगवान ओर संत तो सभी के बराबर होते है सभी को एक दूसरे के सनातनी पंथों का आदर सत्कार करना चाहिए और भगवान परशुराम जी के जन्मोत्सव को भारी उत्साह के साथ मनाना चाहिए। श्रीमती सुनीता दुग्गल ने कहा कि भगवान परशुराम जयंती राज्य स्तरीय ना होकर राष्ट्रीय स्तर पर मनाई जा रही है इसलिए इस अवसर पर सभी 36 बिरादरी के लोग लाखों की संख्या में पहुंच रहे है। इस अवसर पर पंडित परशुराम गौड़ ने पूर्व सांसद सुनीता जी को 30 मई भगवान परशुराम जयंती एवं 11 जून संत कबीर जयंती की अग्रिम शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर जगदीश चहल, सरपंच राजेश बागड़ी, अनिल, श्यामसुंदर, मोनू गामड़ी, श्री भगवान लठवाल आदि गणमान्य लोग मौजूद थे।